skip to Main Content

एक मां के नाम उसके बेटे का ख़त, जो कभी पहुंचा नहीं!

मेरे फ़ोन पर चमकते हुए अज्ञात नंबर को मैंने क्षेत्र कोड से पहचान लिया था। मुझे पता था कि वो मेरी माँ है। वो बाज़ार गयी थी (जो कि निस्संदेह बंद था) क्योंकि मेरी छोटी बहन को चॉकलेट चाहिए थी।…

Read More

कैद के छप्पन दिन

मेरे बगल की सीट पर बैठा फ़रहद चार महीने बाद घर जा रहा था, लेकिन उसके चेहरे पर रत्ती भर उत्साह नहीं था. उसने 2 सितंबर को श्रीनगर जा रहे अपने एक दोस्त से अपने घर आने की सूचना भिजवायी…

Read More

हिंसक अनुभवों के मानसिक परिणाम: कश्मीर में जन्म लेती अदृश्य तबाही

मैं एक छोटे तंग कमरे में फर्श पर बैठा मरीज़ों को देख रहा था, जब मैंने कमरे के बाहर किसी के गिरने की आवाज़ सुनी। एक युवती बेहोश होकर गिरी हुई थी। मैंने फर्श पर ही उसकी जांच की, क्योंकि…

Read More

अक्षर अक्षर रक्त भरा – कश्मीरी कवि निदा नवाज़ की ग्यारह कविताएं  

अक्षर अक्षर रक्त भरा   हमारे अपमानित इतिहास के हर काले पन्ने का अक्षर अक्षर है रक्त भरा।   *   एक बड़ा शोषण   हमें चुप्पी तोड़नी होगी उन लोगों की जो एक रेवड़ की भांति हांक दिये जाते…

Read More

मिया कविता: मनुष्यता का प्रस्ताव

अराजनीतिक होने के, राजनीतिक होने की तरह ही, नितांत अपने खतरे हैं और उन ख़ास खतरों को न उठाना राजनीतिक होना है इसलिए अगर अराजनीतिक दिखने के खतरे उठाते हुए कहा जाए तो भी मिया कविता एक आन्दोलन है. हकीकी…

Read More

मुस्लिम आबादी वृद्धि और सेक्युलर डिस्कोर्स का हिंदुत्ववादी डर

मुसलमानों की बढ़ती हुई आबादी पर होने वाली बहसों में मुख्यतः दो स्वर होते हैं। पहला, जो कि हिंदुत्ववादी जेहनियत से संचालित होता है, वह भारत में मुसलमानों की बढ़ती हुई आबादी को देश की सुरक्षा पर मंडराते खतरे के…

Read More

जनादेश 6 / केवल पंद्रह साल में अर्श से फ़र्श पर पहुंच गई कम्‍युनिस्‍टों की चुनावी राजनीति

भारत की तीनों प्रमुख संसदीय कम्युनिस्ट पार्टियों की 2019 के आम चुनाव में जबरदस्‍त हार हुई है। उन्होंने केरल, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु समेत विभिन्न राज्यों में एक सौ से अधिक प्रत्याशी खड़े किये थे। सिर्फ पांच जीत सके। इनमें से…

Read More

जनादेश 5 / आम चुनाव के नतीजों से जुड़े उन पांच सवालों का जवाब, जो सबके मन में हैं

17वीं लोकसभा का चुनाव संपन्न हो गया। अंदेशा पहले से था कि 2014 के मुकाबले 2019 के नतीजे ज्यादा अप्रत्याशित और चौंकाने वाले होंगे। नतीजे आने के बाद चौंकने वालों में वे लोग शामिल नहीं हैं जो संघ परिवार से…

Read More

जनादेश 4 / पश्चिम बंगाल में आरएसएस-बीजेपी ने हिंदू वोटों का ध्रुवीकरण कैसे किया

लोकसभा चुनाव के परिणाम आ चुके हैं और मोदी सरकार भारी बहुमत के साथ फिर से सत्तासीन होने जा रही है। यूँ तो तमाम एक्जिट पोल में इसकी आहट पहले ही मिल चुकी थी पर वोटिंग मशीनों की गिनती जैसे-जैसे…

Read More

जनादेश 3 / बिहार में महागठबंधन का सफाया क्‍यों और कैसे हुआ?

मोदी की सुनामी में पूरे देश के साथ बिहार में भी विपक्ष ध्वस्त हो गया। यहां एनडीए को 39 सीटों पर जीत मिली तो महागठबंधन को किशनगंज की केवल एक सीट मिली। कांग्रेस का खाता जरूर खुला लेकिन मुख्य विपक्षी…

Read More
Back To Top