skip to Main Content

जगदलपुर: 12 साल में 157 मुकदमे झेल कर रिहा हुई निर्मलक्‍का, एक भी केस में सबूत नहीं मिला

जगदलपुर: 157 मामले दर्ज, 12 साल जेल में बिताए, एक भी मामले में सबूत नही मिला, अब हुई निर्दोष साबित। जगदलपुर केंद्रीय जेल में 12 साल से कैद निर्मलक्का की आखिरकार रिहाई हो गई। सुबह 11 बजे निर्मलक्का जेल से…

Read more

क्‍या हम भारत को और बीमार बनाने के लिए सरकारें चुनते हैं?

एक फरवरी 2018 को जब लोकसभा में बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने स्वास्थ्य बीमा योजना की घोषणा की तब लोगों को सुनने में यह मोदी की ‘मास्टर स्ट्रोक’ योजना लगी। आयुष्मान भारत की नाम की इस बीमा योजना…

Read more

योगी, राणा और पश्चिमी यूपी में संघ की समानांतर सरकार

रोड किनारे खड़ा नौजवान अपना हाथ मेरठ की वेस्‍टर्न कचहरी रोड पर स्थित त्‍यागी हॉस्‍टल की तरफ फैलाकर ऐसे भूमिका बांध रहा था जैसे इसके गौरवमयी इतिहास पर पुस्तक लिखने के बाद किसी पत्रिका को इंटरव्यू देने आया हो। उसके…

Read more

मालेगांव, हेमंत करकरे और कुछ ज़रूरी सवाल : एक पुनरावलोकन

12 मई 2016 को यह खबर अखबारों की सुर्खियां बनी कि 2008 के मालेगांव बम धमाकों के मामले में नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) ने तय किया है कि वह मुंबई की अदालत में जो चार्ज शीट दाखिल करने जा रही…

Read more

बेगुसराय बनाम आरा: बिहार के मैदान में दो कम्‍युनिस्‍ट चेहरे   

चुनावी राजनीति के इतिहास में जब भी बिहार के बेगूसराय का जिक्र होता है, तो उसे अक्सर कम्‍युनिस्‍ट पार्टी (सीपीआइ) का गढ़ बता दिया जाता है। गढ़ पुराने ज़माने के राजा-महाराजाओं के सुरक्षित निवास स्थान के लिए प्रयोग में लाया…

Read more

नागरिकता विधेयक के ज्‍वालामुखी पर बैठे पूर्वोत्‍तर के परिदृश्‍य पर एक नज़र

सत्रहवें लोकसभा चुनाव के साथ ही भारत के चार राज्यों ओडिशा, आंध्र प्रदेश, अरूणाचल प्रदेश और सिक्किम की विधानसभा के भी चुनाव हो रहे हैं। आंध्र में लोकसभा की सभी 25 और विधानसभा की सभी 175 सीटों पर एक ही…

Read more

भारतीय लोकतंत्र और मुसलमानों का प्रतिनिधित्व: कुछ प्रासंगिक सवाल

हमारा देश एक ऐसे दौर से गुज़र रहा है, जहा नफ़रत, साम्प्रदायिकता और हिंसा आम बात हो गई। इस बहुसंख्यकवादी दौर में मुसलमान होना, मुसलमान जैसा दिखना, अपराध सा बना दिया गया है। कब्रिस्तानों से लेकर इबादतगाहों पर कब्ज़ा, शिक्षा…

Read more

अमेरिका और भारत के बीच होने वाली कॉमकोसा सन्धि जनविरोधी है- अरविंद पोरवाल

अखिल भारतीय शांति एवं एकजुटता संगठन (ऐप्सो) तथा संदर्भ केन्द्र की ओर से शनिवार, 22 दिसम्बर, 2018  को एक परिचर्चा का आयोजन किया गया। परिचर्चा का विषय था “भारत अमेरिका के मध्य हाल में हुए रणनीतिक समझौते के निहितार्थ”। यह…

Read more

ओबीसी एक्सपैंशन बजट के नाम पर डीयू को मिले 19 अरब से ज़्यादा, पर गए कहाँ?

क्या आपने ओबीसी एक्सपैंशनबजट का नाम सुना है? क्या आप जानते हैं कि ओबीसी एक्सपैंशन के नाम पर अरबों रुपये की ग्रांट विश्वविद्यालयों को दी गई? आमतौर पर इन सवालों का जवाब ‘न’ में मिलता है, जो स्वाभाविक है। अरबों…

Read more

मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ ट्रेड यूनियनों की देशव्यापी हड़ताल; 8-9 जनवरी 2019

केंद्र की मोदी सरकार ने अपने साढ़े चार साल के कार्यकाल में देशी-दिवेशी कॉर्पोरेट कंपनियों के पक्ष में कार्य किया है. इसके परिणाम स्वरुप देश के 73 प्रतिशत संपदा आज एक प्रतिशत आमिर लोगो के हाथ में सिमट गई है.…

Read more
Back To Top